प्रेम कथाओं पर फ़िल्म बनाने वाले इम्तियाज अली की फ़िल्म लव आज कल 2 आखिरकार आज 14 फरवरी , वेलेन्टाइन डे के दिन रिलीज हो गई है। यह फ़िल्म 2009 में आई लव आज कल जिसमें सैफ अली खान और दीपिका पादुकोण ने अभिनय किया था , का अगला फ्रेश वर्जन है। फ़िल्म की कहानी वही फॉर्मेट पर है जिसमे दो अलग -अलग दौर की दो कहानियां आगे बढ़ती है। फ़िल्म की कहानी में कुछ नयापन नही है , अगर नयापन कुछ है तो उसी कहानी को नए ढंग से पेश किया गया है| यह कहा जा सकता है। प्यार कितना कॉम्प्लिकेटेड होता है पूरी फिल्म में यही दिखाया गया है।
फ़िल्म की कहानी
फ़िल्म की कहानी वही प्रेजेंट और पास्ट वाले ट्रैक पर चलती है। सारा अली खान जो फ़िल्म में जोई का किरदार निभा रही है, एक बिंदास , बेबाक , आधुनिक ख्यालात वाली , और अपने कैरियर पर फोकस करने वाली लड़की बनी हुई है। जो लड़को के साथ घूमने, फिरना, मजे करना सब कुछ चाहती है पर किसी भी लड़के के साथ सीरियस रिश्ते में नही बंधना चाहती है, क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है कि ऐसा करना उनके करियर में समस्या पैदा कर सकता है। ऐसे में उनकी मुलाकात वीर (कार्तिकआर्यन) से होती है। वीर जो बहुत सिम्पल है और अपनी ही दुनिया में मस्त रहता है और वह एक प्रोग्रामिंग इंजीनयर है। जोई वीर की ओर आकर्षित होती है और उसके साथ घूमती फिरती है। वही वीर जोई के प्रति सीरियस होने लगता है| जोई को यह सब अजीब लगता है और उसे वह झिड़क देती है और उसे छोड़ कर चली जाती है। इसके बाद वीर उसके पीछे जहां वह काम करती है, तक पहुँच जाता है। वही कम्पनी का मालिक रणदीप हुड्डा बने हुए है जो जोई को एहसास दिलाते हैं कि वीर उसके प्रति सीरियस है।। ये तो हुई एक दौर की बात।
पुराने दौर (1990) की कहानी में रघु जिसका किरदार भी कार्तिक ने निभाया है, वह रणदीप हुड्डा का युवावस्था वाला दौर है , वह अपने साथ पढ़ने वाली लीना जिसका किरदार आरुषि शर्मा ने निभाया है , से प्यार करते हैं। रघु और लीना की कहानी का जोई पर इतना प्रभाव पड़ता है कि वीर की अहमियत अपने जिंदगी में समझने लगती है। ऐसे में करियर के प्रति उसका मोह और कंफ्यूजन उसकी स्टोरी
को एक अलग ही ट्रैक पर ले जाता है पर धीरे धीरे उसको एहसास हो जाता है कि वीर उसके लिए कितना खास है।
अभिनय
अभिनय की बात करे तो कार्तिक काफी क्यूट लगे है और अपने किरदार में जंचे है। रघु के किरदार में कार्तिक जमे है और वही वीर के रोलमे वे कुछ खास कमाल नहीं करते है| वही जोई के किरदार में सारा काफी आकर्षक और आत्मविश्वास से भरी हुई लड़की लगी है। अपने रोल को उन्होंने अच्छे से निभाया ऐसा कहा जा सकता है। बात दूसरे किरदारों की करे तो आरुषि शर्मा ने अपने रोल को बहुत ही सुंदर तरीके से निभाया है। रणदीप हुड्डा के पास करने को फ़िल्म में कुछ खास नही था इसलिए जितना उनका रोल था उस हिसाब से उनका अभिनय भी अच्छा था।
फ़िल्म के निर्देशक प्यार से जुड़े हर पहलुओं को दर्शाने में माहिर माने जाते हैं पर इस फ़िल्म में वह खूबसूरती कही खो सी गई है। इस फ़िल्म में अलग अलग दौर की दो कहानियां का एक साथ चलना कई बार उलझने पैदा कर देता है। वह इस कहानी के माध्यम से दर्शकों को क्या कहना चाहते हैं, कई बार यही समझ नही आ रहा था। सभी दृश्य एक दूसरे से उलझे हुए थे। हां इस फ़िल्म में वीर और जोई के कई सारे दृश्य आपको प्यारे लगेंगे लेकिन आप हाई इमोशनल ड्रामा से बोर भी हो सकते हैं। फ़िल्म की सिनेमटॉग्रफी काफी अच्छी है जो की अमित राय ने की है। प्रीतम का संगीत भी कर्णप्रिय है।
यदि आप कार्तिक आर्यन और सारा अली खान के फैन है और उनकी केमिस्ट्री फ़िल्म में देखना चाहते हैं तो यह फ़िल्म जरूर देखें। यदि स्टार की बात की जाए तो इस फ़िल्म को 5 में से 3 स्टार देना सही होगा।