Akshay tritiya 2020 :
अक्षय तृतीया Akshay tritiya वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। ग्रामीण इलाकों में इसे आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन परशुराम जी का अवतरण भी हुआ था तो इसलिए इस दिन परशुराम जयंती भी मनाई जाती है। यह दिन माता लक्ष्मी की अक्षय कृपा पाने के लिए विशेष माना जाता है।
अक्षय तृतीया का शास्त्रों में बहुत ही महत्व बताया गया है। माना जाता है इस दिन अगर कोई भी शुभ कार्य, दान-पुण्य किया जाए तो उसका फल अक्षय होता है। लेकिन ध्यान रखना चाहिए कि किसी का भी दिल दुखाना या कोई पाप कर्म भी इस दिन ना करें क्योंकि उसका फल भी अक्षय ही होगा।
क्यों खास होती है अक्षय तृतीया :
अक्षय तृतीया एक स्वयं-सिद्ध मुहूर्त भी है।अगर किसी भी शुभ कार्य के लिए आपने मुहूर्त नहीं निकलवाया है तो आप अक्षय तृतीया के दिन वह शुभ कार्य प्रारंभ कर सकते हैं।
अगर किसी कन्या या युवक की विवाह में अड़चनें आ रही हैं या सगाई होकर बार-बार टूट रही है तो अक्षय तृतीया के दिन सगाई या विवाह करने से वह विवाह अक्षय रहता है यानी संबंध अटूट रहता है। इस दिन सोने को खरीदना भी अत्यंत शुभ माना जाता है। यही कारण है कि इस दिन सोने की बिक्री में बहुत तेजी से उछाल आता है।
माता लक्ष्मी की कृपा पाने का विशेष दिन :
अक्षय तृतीया माता लक्ष्मी की अक्षय कृपा पाने के लिए विशेष दिन माना जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी और विष्णु भगवान की पूजा विशेष फलदायक होती है। सुबह स्नान करके अगर आप माता लक्ष्मी और विष्णु भगवान की विधिवत पूजा करते हैं तो इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है और आपके घर में अक्षय लक्ष्मी का वास होता है । इस दिन दान का अति महत्व है जो लोग इस दिन दान करते हैं, कहा जाता है उसका अक्षय फल प्राप्त होता है और वह धन आपको बहुगुणा होकर भगवान की कृपा से वापस मिलता है।
माता लक्ष्मी का मंत्र :
नमस्तेस्तु महामाए श्री पीठे सुर पूजिते ।
शंख चक्र गदा हस्ते महालक्ष्मी नमोस्तुते ।।
विष्णु भगवान का मंत्र :
मंगलम् भगवान विष्णु मंगलम् गरुड़ध्वज ।मंगलम् पुंडरीकाक्ष मंगलाय तनो हरि ।।
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कब है इस बार अक्षय तृतीया :
इस बार अक्षय तृतीया 26 अप्रैल 2020 को मनाई जाएगी।ऐसे तो तृतीया तिथि का आगमन 25 अप्रैल 2020 को सुबह 11:53 पर हो जाएगा किंतु उदया तिथि का महत्व होने के कारण 26 अप्रैल 2020 को ही यह मनाई जाएगी। 26 अप्रैल रविवार को यह दोपहर 1:24 तक रहेगी।